इच्छा है मेरी - ZorbaBooks

इच्छा है मेरी

नहीं चाहिए बड़ा सा बंगला, बस एक छोटा सा घर हो,

नहीं चाहिए गाड़ी, घोड़ा, बस साथ चलने वाला हमसफर हो,

नहीं चाहिए रोज पकवान, बस पेट भर रोटी खाने हो,

नहीं चाहिए सोना चांदी, बस काले मोती की माला हो,

बस इतनी सी ही, इच्छा है मेरी! इच्छा है मेरी!

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