मिली जो जिंदगी तो जीना आ गया - ZorbaBooks

मिली जो जिंदगी तो जीना आ गया

लड़खड़ाए कदम तो संभलना आ गया,
गिरे जो कभी तो उठना भी आ गया।
रोए कभी तो हंसना भी आ गया,
टकराए जब पटाव से तो झुकना भी आ गया।
याद आया कोई बिछड़ा तो भुलाना भी आ गया।।

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Parisa Gupta