Tumhe Pana To Mushkil Hai Per Tumhe Khona Nahi Aata - ZorbaBooks

Tumhe Pana To Mushkil Hai Per Tumhe Khona Nahi Aata

by Himanshu Kumar Jha

119.00

ISBN 9789358962918
Languages Hindi
Pages 43
Cover Paperback

Description

इस कविता के माध्यम से मैं यह बताना चाहता हूं कि हर एक युवाओ के मन की कहानी । जब कोई लड़का जब कोई लड़की से बेइंतहा प्यार करता है तो उसने उस लड़की के बारे में क्या सोचा और किस किस से उसकी तुलना की। इसके साथ साथ माँ और पुत्र के प्रेम को बहुत अच्छी तरह से इस पुस्तक मे अंकित किया गया हैं। और पुस्तक के माध्य मे कुछ इस प्रकार के कविताओ का संग्रह हैं। जिसे खास कर छात्र के लिए  बनाया गया हैं। इस पुस्तक को पढ़कर वह अपने जिम्मेदारी के साथ साथ कर्तव्य का अनुसरण करेंगे और यह पुस्तक उनके लक्ष्य के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेंगी ।

About the Author

मेरा नाम हिमांशुकुमार झा हैं। मेरे पिता का नाम पुरूषोत्तम झा हैं, मैं 12वीं का छात्र भी हूं। मैं बिहार राज्य के सुपौल जिला के छोटे से गांव कमलपुर का रहने वाला हूं। ये मेरी पहली किताब हैं। जिसे मैंने कल्पनाओ से भर कर रचा हैं।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Tumhe Pana To Mushkil Hai Per Tumhe Khona Nahi Aata”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Also Available on:

Amazon