Description
Kyon Na Karen Izahaar-e-Ishq….???
‘क्यों न करें इज़हार-ए-इश्क’ पुस्तक में 300 शायरियां हैं। इनमें पहली 150 शायरियां नवल किशोर दहिया द्वारा लिखी गई हैं और बाद की 150 शायरियां मुस्कान दहिया द्वारा लिखी गई हैं। ये शायरियां दोनों ही लेखकों की जिंदगी पर आधारित नही है। परन्तु उन्होंने उन भावों को गहनता से लिखने का प्रयास किया है जो कॉलेज जाने वाले किशोर बच्चों के ज़हन और हृदय में पनपते हैं।
About the Author
‘क्यों न करें इज़हार-ए-इश्क’ मुस्कान दहिया और उनके छोटे भाई नवल किशोर दहिया की ताज़ातरीन शायरियों का संग्रह है। मुस्कान व नवल हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं। मुस्कान अंग्रेजी साहित्य से अपने बीए की पढाई कर रही हैं। यह उनकी दूसरी पुस्तक है। उन्होंने अपनी पहली पुस्तक अंग्रेजी भाषा में लिखी जिसका नाम है ‘Three Masterpieces’ लेकिन हिंदी भाषा में प्रकाशित हुई ये उनकी पहली पुस्तक है।
नवल किशोर दहिया अपनी बीकोम की पढाई कर रहे हैं। उन्हें गाने सुनने और लिखने का शौक है और इसी शौक के चलते उन्होंने अपनी बहन के साथ मिलकर काव्य के शेर और गज़ल रूप को अपनाते हुए अपने लेखकजीवन का आरम्भ किया। यह उनकी पहली पुस्तक है।
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