लाईफ - ZorbaBooks

लाईफ

 आज कल तो किसी की नींद भी सही से पूरी नही होती , तो सपने कैसे पूरे होंगे।

मै उसी बचपन जाना चाहता हूं ।। जिस बचपन में कोई डिग्री नही था ।।

नींद आती हैं तो सपने सोने न देते ।। सोता हूं तो सपने पूरे न होते ।।

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Rahul Kumar Singh