Yaadein💓
हक अधिकार क्या जताऐ उन पर हम
उनका खरीदार कोई और ही निकला,
किब्ला ए मोहब्बत का राज़ कुछ ऐसा है
बात दिल मे थी जबान तक आते आते दिल मे ही रह गई,
कुछ ऐसा करम कर मुझ पर ऐ खुदा
इनायत ए करम हम पर भी हो जाऐ,
पर्दा ही सही बस रूबरू मुलाकात हो जाए
कुछ बाते रह गई थी अधूरी बस एक बार पूरी हो जाऐ।