पता नहीं क्यों.? - ZorbaBooks

पता नहीं क्यों.?

पता नहीं क्यों.? 

तुम्हें देखकर मेरा दिल ​​​​​​जोड़ो धड़कता है.! 

पर क्या करें हुजूर..! 

ऐहसास तो हमें ही होता है न..! 

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Rahul kiran
Bihar