चलो एक बार फिर से आजादी की तैयारी करें
चलो एक बार फिर से, आजादी की तैयारी करें
खो रहा अधिकार अपना, रोजी और रोजगार अपना
लूट ना जाए कोई, बच्चों का प्यारा सा सपना
सर कफन में बांध कर, दुश्मनों का सर भारी करें
चलो एक बार फिर से, आजादी की तैयारी करें
जाति धर्म के नाम पर, देश को बांटा किसी ने
करता जो विरोध तो, कुटा और डांटा किसी ने
हिल गया स्तंभ देश का, देश को लूटा उसी ने
जिसने सीना पर लिखा कर, राष्ट्रभक्ति दिखाया है
एक तरफ रोजगार जाता महंगाई की मार पाता
सोचो क्यों चारो दिशाओ में, घनघोर अंधेरा छाया है
लोगों को गुमराह करके नया सवेरा दिखाया है
झूठ का अंबार ले सामने रावण खड़ा हैअब समझ में आया है
घर में भूखा क्यों मरें खून में उबाल है तो दुश्मनों से क्यों डरें निकलो अपने अधिकार के खातिर,
डर नहीं की मार दें या खुद मरें |
चलो एक बार फिर से आजादी की तैयारी करें……
समाजी :-डॉ. राज मणि नंदन
9006592705