काश तुम मेरी होती
काश मैं तुम्हारा होता
हंसता दिल तुम्हारा होता
ये रोशन जहां
टिमटिमाता तारा होता
जन्नत की चाहत अजीब होती
गर तेरे इश्क़ में फ़ना होता
हर आईने में दिखे चेहरा तेरा
तुम बिन चांद अधूरा होता
तुम जो मेरे साथ होती
फिर मंजिल हमारा होता
तेरी मुहब्बत बेपनाह झलकती
जो तू मेरी मैं तेरा दीवाना होता
काश तुम मेरी होती
काश मैं तुम्हारा होता ।