मेरा दिल(पहला प्यार)
कत्ल किया तुमने इस नाचिज दिल का, मुस्कुरा के कह देती नहीं था, कभी तुमसे प्यार, तो शायद संभल जाता मेरा दिल, अब बिना बोले जा रही हो तो कहना चाहता हूँ तुमसे मे,
दिल से दुआ देता है मेरा दिल तुम खुश रहो बारिशों के मौसम में, हम तो दर्द सह लेगे यारा क्योकि प्यार तो हमने तुमसे ही किया था, किसी जमाने में
हाथो में मेहंदी राचेगी किसी ओर के नाम कि हमें तो बस सहनाई बजाने बुला लेना, तो देख सकेगे चन्द लम्हे तुम्हे भी, दिल से दुआ देता है मेरा दिल तुम खुश रहो बारिशों के मौसम में,
आंसुओं कि एक बूंद नहीं गिरेगी जब तुम्हारी विदाई होगी, शायद एक कोने में बैठा देखता रहूगा, किसी मुरझाये फूल कि तरहा, दिल से दुआ देता है मेरा दिल तुम खुश रहो बारिशों के मौसम में,