My Patriotic Awaaz – यह भारत देश है मेरा
शंकराचार्य का ज्ञान, जिस देश की पहचान है,
शिवाजी महाराज की वीरता, जिस देश की शान है।
बचाया हनुमंत ने, कई नारियों का सन्मान है,
जो नारियों पे अत्याचार करें, किया हर उस इंसान का लक्ष्मणने अपमान है।
साधु-संतों की भूमि ये, जो भगत सिंह ने चूमी थीं,
यहाँ अंग्रेजों को भगाने के लिए, झांसी की रानी लड़ी थी।
यहाँ पे बाल गंगाधर तिलक केसरी लिखते थे,
आचार्य वशिष्ठसे श्रीराम शिक्षा लेते थे।
अंगराज कर्ण कवच-कुंडल दान करते थे,
कई मदनलाल धिंगरा, कर्जन वायली जैसे अत्याचारियों को मारके मरते थे।
तुलसीदास हनुमान चालीसा लिखे यहाँ,
रुक्मिणी का था खुशियों से भरा जहाँ।
यहाँ वीरभद्र पापियों का संहार करे,
यहाँ भीम दुर्योधन की जंघा पे प्रहार करे।
यहाँ श्रीकृष्ण ने नरकासुर को मार गिराया,
यहाँ अर्जुन ने त्रिगर्तबंधु को हराया।
संभाजी महाराज ने यहाँ पे स्वराज्य को मुघलों से बचाया,
यहाँ पे संत वेद व्यास ने ‘जय’ ग्रंथ लिखके नाम कमाया।
यहाँ पे अर्जुन को कृष्णने गीता का ज्ञान दिया,
यहाँ पे उस्ताद लहुजी साळवे से शस्त्रविद्याका वासुदेव फडकेने ज्ञान लिया।
सम्राट अशोक ने यहाँ पे बौद्ध धर्म का स्वीकार किया,
दादोजी कोंडदेव ने यहाँ पे शिवाजी महाराज को ज्ञान दिया।
युधिष्ठिर का राज यहाँ पे,
चंद्रगुप्त ने पहना ताज यहाँ पे।
पवित्रता का प्रतिक है ये भारत,
लोकशाही वाला देश है भारत।