सबसे सीखो
शाम से ढलना मत सीखो,
सूरज से तुम उगना सीखो।
ठहरो मत जिंदगी के सफर में,
धीरे ही सही पर चलते रहना सीखो।
पेड़ों से तुम सीखो दान,
पर्वत जैसे बनो महान।
नदियों की चंचलता लाओ,
आगे आगे बढ़ते जाओ।।
शाम से ढलना मत सीखो,
सूरज से तुम उगना सीखो।
ठहरो मत जिंदगी के सफर में,
धीरे ही सही पर चलते रहना सीखो।
पेड़ों से तुम सीखो दान,
पर्वत जैसे बनो महान।
नदियों की चंचलता लाओ,
आगे आगे बढ़ते जाओ।।