Views 506जो तुम मिरा ये गजल पढ़तें हो..!जो तुम मिरा ये गजल पढते हो और वाह- वाह करते हो..! खुदा का इल्म नहीं साहेब , जिगर का दर्द है सा़हे़ब ..! Related Comments are closed.