बस लिख दूँगा !
नहीं बस लिख दूँगा
थोड़ी सी कविताएँ
चुप रहकर भी, वो
प्रकट कर देंगी रति
कविताएँ सिर्फ
कवियों की ही नहीं
प्रेमियों की भी मीत होती है ।
रति- प्रेम
नहीं बस लिख दूँगा
थोड़ी सी कविताएँ
चुप रहकर भी, वो
प्रकट कर देंगी रति
कविताएँ सिर्फ
कवियों की ही नहीं
प्रेमियों की भी मीत होती है ।
रति- प्रेम