प्रेम चाहिए जीने के लिए !! - ZorbaBooks

प्रेम चाहिए जीने के लिए !!

प्रेम चाहिए जीने के लिए ,

एक घर चाहिए रहने के लिए !!

ना जीतने की खुशी हों,

न हारने का गम

तूफां में भी दौड़ना चाहिए,

सफल होने के लिए !!

सुख अपना है तो, दुःख भी तो अपना ही है

एक आंख है हँसने के लिए,

तो दूजा रोने के लिए !!

रातें गुजरती है , सबकी सुकून से

दिन उतरता है , काम से संवरने के लिए !!

देखों तो सारा जहां है

खुशियों से भरा

रंगीन शाम है बस माता-पिता

और दोस्तों के लिए !!

सुई धागा नहीं कोई इरादा नहीं,

एक प्रेम ही चाहिए, हर ज़ख्म सीने के लिए !!

सुख दुःख का क्या है आएगा ,जायेगा

मेहनत जरूरी है, पसीने के लिए !!

कोई लक्ष्य ज़रूरी है, राहों में चलने के लिए

प्राणवायु चाहिये, लोगों के साँस के लिए

दौलत भी ज़रूरी है जीने के वास्ते दोस्तों

पर ज्यादा चाहिए, गरीबों को देने के लिए !!

कृष्ण कहो, श्री राम कहो या कि भगवान कहो

एक शक्ति चाहिए बस पाप हरने के लिए !!

प्रेम में कोई सौदा नहीं ,

कोई तराजू बंटखरा नहीं,

प्रेम को बस चाहिये, बस प्रेम ही !!

बहुत रंग बिरंगी है दुनिया,

हैं कई रंग के लोग यहाँ

पर एक रंग ही चाहिए

“राहुल” को रंगने के लिए !!

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Rahul kiran
Bihar