अनेकता में एकता
आज घेवर राम का जन्मदिन है।घेवरराम आज बहुत खुश है क्योंकि आज पूरे देश से उसके अजीज और लजीज मित्र उससे मिलने आने वाले है।सुबह सुबह ही घेवारवराम ने अपने उपर चांदी का वर्क लगा कर खुद को संवार लिया।जब वो बन ठन कर बाहर आया तभी उसे किसी ने आवाज लगाई “मीठा मीठा गोल गोल घेवर ,जिसके बिना फीका है सावन का तेवर”।घेवर राम ने देखा उसका मित्र शुफ्ता कश्मीर से आया है। शुफ्ता को गले से लगाते हुए घेवर राम ने कहा “सभी मेवो का है ये संगम, पोषक तत्वों से भरा है अंग अंग”।शुफता ने घेवर राम से पूछा हमारा मित्र बालू शाही दिखाई नही दे रहा है,घेवर राम ने शुफ्ता को दिखाया की वो देखो उत्तर प्रदेश से हमारे मित्र बालू शाही और बंगाल से हमारे मित्र संदेश दोनो आ रहे है।अपने मित्रों को देख शुफ्ता खुशी से गाने लगा “स्वाद बड़ा है मीठा और शाही,नाम है इसका बालू शाही”। “छेना दूध और चाशनी का देश,मिठास से भरपूर हमारा सन्देश” । चारो मित्रो ने एक दूसरे को गले से लगाया,इतने में ही आवाज आई “मेरे बिना अधूरी है तुम्हारी टोली,में हु मीठा मीठा पूरन पोली”।चारो मित्रो ने पूरन पोली का स्वागत गले लगा कर किया।घेवर राम की खुशी को चार चांद तब लग गए जब उसने देखा कि असम राज्य से उसका मित्र पीठा और केरल से नेयप्पम भी गाते बजाते हुए आ रहे है। पिठा को गले लगाते हुए सब ने गाया “चावल से बनता है दूध और नारियल खुद में समाए, पिठा जी को देख कर सामने हम सब मुस्कुराए” नेयप्पम भी कहा चुप रहने वाले थे उन्होंने भी ताल से ताल मिलाई “चावल और गुड़ का हु में संगम,कहते है प्यार से मुझे सब नेयप्पम”
घेवर राम का रोम रोम मिठास से भर गया जब उसने सभी राज्यों से आए हुए उसके मित्रो में इतना प्यार देखा।
सभी मित्रो ने मिल कर घेवर राम को जन्मदिन की बधाई दी और खूब मस्ती की।
सब ने मिल कर एक स्वर में कहा
हमारे देश की यही है पहचान
अनेकता में एकता है हमारी शान