Description
Parvateey Samaachaar Patr Aur Uttarakhand Mein Svaatantryottar Patrakaarita
‘पर्वतीय’ समाचार पत्र और उत्तराखण्ड में
स्वातंत्र्योत्तर पत्रकारिता
बीसवीं शताब्दी के पंचम से सप्तम दशक में उत्तराखण्ड की तत्कालीन समय के विविध पक्ष की समसामयिक जानकारी को पाठकों तक पहुँचाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। दिन प्रतिदिन के उत्तराखण्ड के घटनाक्रम को विविध अध्यायों के रूप में ऐतिहासिक तथ्यों को पुस्तक में संकलित किया गया है। अधिसंख्य सामग्री ‘पर्वतीय’ समाचार पत्र के आधार पर संकलित है। इस पुस्तक में तत्कालीन उत्तराखण्ड के प्रत्येक पक्ष यथा पत्रकारिता, सामाजिक एवं राजनैतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक गतिविधियों का विस्तृत विवरण प्राप्त हो जाता है।
विशेष रूप से इसके कुछ अध्यायों – आर्थिक पक्ष में औद्योगिक विकास, पर्यटन, परिवहन, जमींदारी विनाश अधिनियम, ग्रामीण वनाधिकार, उत्तराखण्ड का सहकारी आंदोलन, संस्कृति एवं शिक्षा के अन्तर्गत शैक्षिक उन्नयन, साहित्यिक परिवेश, सांस्कृतिक विकास यात्रा, कुमाऊॅ-गढ़वाल विश्वविद्यालय संघर्ष, सामाजिक पक्ष में अन्नकाल एवं भूखमरी, श्रमदान, भूदान आंदोलन, शराबबंदी आंदोलन, 1962 का चीन आक्रमण, भारत-पाकिस्तान विवाद तथा राजनैतिक विवरण के रूप में उत्तराखण्ड राज्य संघर्ष गाथा, लोकनायक जयप्रकाश नारायण सत्याग्रह का अध्ययन, राष्ट्रीय-प्रादेशिक राजनीति के तत्कालीन स्वरूप में ऐतिहासिक तथ्यों के रूप में इतिहास, संस्कृति एवं सामाजिक अध्ययन के जिज्ञासु पाठकों के लिए रूचिकर एवं उपयोगी सिद्ध होगा।
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