Description
Author Astha Arora was born and brought up in Sriganganagar ( Rajasthan). She moved to Jaipur after the birth of her baby.
This is her first book of poems – jazbaat. It deals with a womens love towards her child, mother and father.
All the poems in her book – jazbaat, are simultaneously independent and connected with each other.
A BOOK OF SELECTED MEMORIES.
बारिश की बूंदो सा रिश्ता है ये तेरा मेरा
जितना हाथो में रखना चाहू ,ये उतना ही गायब हो जाए।
छूना चाहु जो तेरी पलकों को,आँखे उतनी ही दूर नज़र आये।
साथ होते हुए भी एक तन्हाई सी है।
ना मै कुछ कह पाऊ ,ना तू कुछ समझ पाए।
कितनी बाते है जो करनी है तुझसे ,बस मन की मन में रह जाती है।
काश ,तू कभी तो मुझे सुंन पाए।
एक दर्द सा है इस कशमकश में,कि जितना इसे हू। .
ये उतना ही बढ़ता जाए।
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