Description
जय महालीला
सुंदर और आनंदित करने वाली इस किताब का अध्ययन करने से पाठक को अवश्य आनंद आयेगा। यह पाठक को प्रेम, शांति, करुणा, और सुसंगति देने के साथ-साथ एक सुखी और संतुलित जीवन जीने में सहायता करेगा। हमारे सच्चे स्व और प्रकृति की वास्तविकता का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक ज्ञान और समझ से यह किताब परिपूर्ण है। याद रहे-‘आप वही हैं जो आपकी साधना है।’
इस किताब में आध्यात्मिक साधना और ध्यान जो विधियाँ वर्णित हैं वे आपको आपके शरीर, मन, और आत्मतत्व की उपस्थिति वर्तमान क्षण में महसूस कराएँगी। आप अपनी रचनात्मक गतिविधियों पर अधिक केंद्रित रहेंगे, यह आपकी आत्मा को समृद्ध करेगा तथा आपके व्यक्तित्व में सुधार लाने के लिए आपको प्रेरित और उत्साहित करेगा। आप अपने सच्चे स्व की सुंदरता को जानने, परिवर्तित करने, और आनंद लेने की आध्यात्मिक विद्या को सीखेंगे।
आध्यात्मिक ज्ञान अलौकिक व्यक्तित्व बनाने के लिए आपका मार्गदर्शन करता है। आपमें संतुलन, सही मानसिकता, कौशल, और बल विकसित करता है। आपकी आंतरिक और बाहरी दुनिया की उथल-पुथल से आपका मार्ग प्रशस्त करता है। आज विश्व को ऐसे लोगों की जरूरत है जो नवप्रवर्तन की दिशा में प्रयास करें, अच्छी योग्यता प्राप्त करें, भौतिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य की प्रचुरता प्राप्त करें और जो मित्रतापूर्ण दयाशील व्यक्तित्व प्राप्त करें जिसे सृष्टि के प्रति प्यार है। विश्व की समस्त सांसारिक समस्याओं का समाधान और मानवता की आध्यात्मिक उत्क्रांति का समाधान व्यक्तिगत और सामूहिक परिवर्तन से वैश्विक व्यक्तित्व बनने में है।
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